हिंडनबर्ग रिसर्च की चोट के बाद गौतम अडानी ने कमबैक करने का फुलप्रूफ बना लिया है. जहां एक ओर गौतम अडानी को अपने अमेरिकी दोस्त राजीव जैन का साथ मिल रहा है. वहीं दूसरी ओर अपने रुके हुए कामों को दोबारा शुरू करने के लिए फंड रेज करने के प्रोसेस में उतरकर आ गए हैं. जानकारी के अनुसार गौतम अडानी 3 कंपनियों के शेयरों में बेचकर करीब 29 हजार करोड़ रुपये जुटाने की प्लानिंग को अंजाम दे चुके हैं।
जनवरी में जब हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में ग्रुप पर फ्राड के आरोप लगे थे तो ग्रुप को काफी मोटा नुकसान हुआ था. यहां तक की कंपनी को अपने 20 हजार करोड़ रुपये के फुली सब्सक्राइब्ड मेगा एफपीओ को भी वापस लेना पड़ा था।
ऐसे जुटाएंगे 29 हजार करोड़ रुपये
जानकारी के अनुसार अडानी इंटरप्राइजेज और अडानी ट्रांसमिशन के बोर्ड इंस्टीट्यूशनल निवेशकों को शेयर बेचकर 2.5 अरब डॉलर यानी 21 हजार करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दे चुके हैं. दूसरी ओर अडानी ग्रीन एनर्जी का बोर्ड 15 दिनों में एक अरब डॉलर यानी 8 करोड़ रुपये से ज्यादा जुटाने की मंजूरी दे सकता है. जानकारी के अनुसार अडानी इंटरप्राइजेज और अडानी ट्रांसमिशन के शेयरधारकों से इसकी मंजूरी मांगी जा रही है और अडानी टोटल के बोर्ड मेंबर्स की बैठक जून के पहले या दूसरे सप्ताह में हो सकती है. इसका मतलब ये हुआ कि ग्रुप करीब 29 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के फंड को जुटाने की प्लानिंग कर चुका है.