आज दुनिया में हर तरह का कारोबार डॉलर के जरिए होता है। लेकिन कई देश ऐसे हैं जो डॉलर से छुटकारा पाना चाहते हैं। बांग्लादेश और भारत के बीच ऐतिहासिक समझौता हुआ है। इसके जरिए बांग्लादेश अब भारत के साथ अपना व्यापार रुपए में करेगा।
बांग्लादेश डॉलर के बजाय भारतीय मुद्रा में भारत के साथ व्यापार करने वाला 19वां देश बन गया है। डॉलर को पाटने और अपने लेनदेन को सुविधाजनक बनाने के लिए स्थानीय मुद्रा का उपयोग करने के लिए दोनों देश महीनों से बातचीत कर रहे थे।
भारत के साथ अंतरराष्ट्रीय व्यापार शुरू करने के लिए, दो बांग्लादेशी बैंक सोनाली बैंक और ईस्टर्न बैंक लिमिटेड (ईबीएल) दो भारतीय बैंकों एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक के साथ अपने वोस्ट्रो खाते खोलेंगे। दोनों भारतीय बैंक भी इन बांग्लादेशी बैंकों में अपने खाते खोलेंगे।
बिना किसी तीसरी करेंसी के दोनों देश अपना कारोबार टके और रुपये में करेंगे। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, सोनाली बैंक लिमिटेड के सीईओ और एमडी मोहम्मद अफजल करीम ने कहा, ‘इस तरह के व्यापार से दोनों देशों के डॉलर पर दबाव कम होगा।’ इससे दोनों देशों को फायदा होगा।
बांग्लादेश बैंक के कार्यकारी निदेशक मेजबुल हक ने कहा कि उनके देश के व्यवसायों ने भारत के साथ रुपये-टका व्यापार का स्वागत किया क्योंकि इससे विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव कम होगा।
इन देशों से रुपये में व्यापार भी होता है।
रिपोर्टों के अनुसार, पिछले वित्तीय वर्ष में भारत से बांग्लादेश का आयात लगभग 13.69 बिलियन डॉलर था। जिसमें से 2 बिलियन डॉलर का भारतीय रुपये में कारोबार किया जाएगा और बाकी का भुगतान अमेरिकी डॉलर में किया जाएगा। ईबीएल के एमडी ने कहा, ‘हम ग्राहकों को सूचित करेंगे कि दोनों देशों के केंद्रीय बैंक से मंजूरी के बाद भारत के साथ आयात और निर्यात सीधे रुपयों में किया जा सकता है।
कोई भी व्यापारी जो रुपयों में व्यापार करना चाहता है उसे साख पत्र दिया जाएगा। इससे व्यापारियों को लाभ होगा। रूस, सिंगापुर, श्रीलंका, बोत्सवाना, फिजी, जर्मनी, गुयाना, इज़राइल, केन्या, मलेशिया, मॉरीशस, म्यांमार, न्यूजीलैंड, ओमान, सेशेल्स, तंजानिया, युगांडा और यूनाइटेड किंगडम ऐसे देश हैं, जिनके साथ व्यापार भी रुपये में होता है। . , ,