मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र और यूरेनस सहित पांच ग्रह मंगलवार की रात आकाश में एक साथ दिखाई दिए, जिससे एक दुर्लभ खगोलीय घटना हुई। ये ग्रह शाम साढ़े सात बजे के बाद करीब आधे घंटे तक क्षितिज में चंद्रमा के पास पश्चिम दिशा में दिखाई दिए। हालांकि, सूर्यास्त के आधे घंटे बाद ही बुध और बृहस्पति दिखाई दे रहे थे।
नासा से खगोलीय अंतर्दृष्टि
नासा के खगोलशास्त्री बिल कुक के अनुसार ये पांचों ग्रह तब तक दुनिया में कहीं से भी देखे जा सकते थे जब तक आसमान साफ था और पश्चिम का नजारा दिखाई दे रहा था। जबकि बृहस्पति, शुक्र और मंगल आसानी से दिखाई दे रहे थे, बुध और यूरेनस को देखने के लिए दूरबीन की आवश्यकता थी।
दुर्लभ संरेखण
हालांकि ये ग्रह पूरी तरह एकरूपता में नहीं दिखाई दिए, लेकिन सूर्यास्त के बाद ये एक दुर्लभ संरेखण में दिखाई दिए। बृहस्पति पहले सूर्यास्त के बाद लगभग 7.30 बजे क्षितिज पर दिखाई दिया, इसके बाद बुध, शुक्र, यूरेनस और मंगल दिखाई दिए। ये ग्रह क्षितिज से आधे आकाश तक दिखाई दे रहे थे।
एक दूसरे के पास स्थित नहीं
जबकि ये ग्रह आकाश में एक साथ दिखाई दिए, वे एक दूसरे के निकट स्थित नहीं हैं। वास्तव में, उनकी कक्षाएँ सूर्य के एक ही तरफ हैं, जिससे वे एक साथ दिखाई देते हैं।
एक अविस्मरणीय अनुभव
यह दुर्लभ खगोलीय घटना कई सितारों और अंतरिक्ष उत्साही लोगों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव थी। यह हमें हमारे ब्रह्मांड की विशालता और सुंदरता और इसके चमत्कारों की याद दिलाता है।